हिमाचल कांग्रेस लीगल सेल ने लोक सेवा आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों की पहले की गई नियुक्ति और बाद में उसे रद्द करने को लेकर जयराम सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. लीगल सेल ने लोक सेवा आयोग जैसी सवैंधानिक संस्थाओं पर नियमों को दरकिनार कर चहेतों को बिठाने का आरोप लगाया ओर कहा कि ज़ब प्रधानमंत्री कार्यालय में नियुक्तियों की शिकायत की गई उसके बाद इन नियुक्तियों को रद्द किया गया.
हिमाचल कांग्रेस लीगल सेल के अध्यक्ष आईएन मेहता ने कहा कि आर्टिकल 316 में लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति की एक प्रक्रिया हैं. किसी भी सड़क पर चलते व्यक्ति को अध्यक्ष नहीं बनाया जा सकता. पहले एक अध्यक्ष ओर तीन सदस्यों की नियुक्ति की नोटिफिकेशन रात के अंधरे में की गई ओर फिर उसे रद्ध कर दिया गया. मुख्यमंत्री बताएं की इसके पीछे क्या कारण रहें. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तीन अधिकारियों को बायपास कर जूनियर अधिकारियों को चीफ सेक्रेटरी के पद पर बिठा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विपक्ष के तौर पर कांग्रेस लगातार इस मुद्दे को उठा रही है. साथ ही आई.एन. मेहता ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में बड़े आरोपी अधिकारियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस पेपर में बैठे अभ्यर्थियों और अभिभावकों को पुलिस परेशान करने का काम कर रही है.