जन लोकपाल बिल की मांग को लेकर समाजसेवी अन्ना हजारे ने सातवें दिन भले ही अपना अनशन तोड़ दिया। लेकिन उनको समर्थन देने वाले हिमाचल के 74 वर्षीय लक्ष्मीचंद पिछले 5 दिनों से शिमला में भूख हड़ताल कर रहे थे। शुक्रवार सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें IGMC में भर्ती करवाया गया और उनका अनशन टूट गया।
लक्ष्मीचंद हिमाचल समेत सभी राज्यों में लोकपाल और लोकायुक्त एक्ट के उचित कार्यान्वयन की मांग कर रहे हैं। लक्ष्मीचंद रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं और उन्हें हिमाचल का 'अन्ना' कहा जाता है। लक्ष्मीचंद का कहना है कि वह अन्ना हजारे से प्रभावित हैं और लोकपाल की लड़ाई में उनको अपना समर्थन देना चाहते हैं। उन्होंने मांग उठाई की प्रधानमंत्री को लोकपाल के तहत और मुख्यमंत्रियों को लोकायुक्त के दायरे में लाया जाना चाहिए।