'रिपोर्टिंग फ्रॉम ए ग्लोबल हॉट स्पॉट' विषय पर प्रेस क्लब शिमला में दो दिवसीय क्षेत्रीय मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ प्रदेश के मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी ने किया। श्रीकांत बाल्दी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यावरण के लिए जागरूकता की जरूरत रही है। प्लास्टिक को 2009 में बंद कर दिया था, लेकिन 2013 में दूध और चिप्स में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को भी बंद करने का निर्णय लिया। इसका मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
सरकार ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के बिना कोई भी पानी की स्कीम नहीं दे रहे है। प्रदेश में पानी का प्रदूषण बड़ी समस्या है और वायु प्रदूषण शिमला शहर में समस्या है। ई-व्हीकल नीति को लेकर सरकार विचार कर रही है। खानपान में बदलाव के कारण और खाने की चीजों में कैमिकल का इस्तेमाल होने से लोगों को गंभीर बीमारियां हो रही हैं, जिसे देखते हुए हिमाचल ने प्राकृतिक खेती करने पर बल दिया है।
मग डंपिंग भी हिमाचल में एक बड़ी समस्या है। अगर कानूनी तरीके से कुछ चीजों को करने की परमिशन दे दी जाए तो लोग गैर कानूनी तरीके से उन गतिविधियों में भाग नहीं लेंगे। हिमालय क्षेत्र के मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी।