सिरमौर में मृत पाए गए चमगादड़ों की मृत्यु निपाह वायरस से नहीं हुई है। शनिवार को विभाग के पास एक रिपोर्ट पहुंची है, जिसमें ये साफ हो गया है कि इन चमगादड़ों की मौत में निपाह वायरस को कोई लेना-देना नहीं। स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने कहा कि चमगादड़ों के मृत मिलने पर नमून पुणे राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट आज मिलीहै।
साथ ही मुख्य सचिव ने लोगों को निपाह वायरस से न घबराने की सलाह दी और कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थान इससे निपटने के लिए तैयार हैं। देश के किसी भी राज्य में निपाह वायरल फैलने की कोई भी सूचना नहीं मिली है। निपाह वायरस वाले चमगादड़ की प्रजाति फ्रूट बैट में आती है, जो अधिकांश तटीय इलाकों में पाइ जाती है। इन प्रजाति की चमगादड़ों के हिमाचल में मिलने की संभावना बहुत कम है, जिसके चलते किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
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ग़ौरतलब है कि सिरमौर के एक स्कूल में चमगादड़ों का झुंड मृत मिला था, जिसके बाद निपाह वायरल की ख़बरे सामने आ रही थी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने जांच के आदेश के बाद नमूने पुणे भेजे गए थे, जिनमें साफ हो गया है कि किसी नमूने में कोई निपाह वायरस नहीं है।