बिलासपुर के नैनादेवी के तहत आती मैथी पंचायत के लोगों ने अधिकारियों पर आरोप जड़े हैं। 24 अगस्त को हुए जनमंच के दौरान लोगों ने शिकायत एसडीएम बिलासपुर को सौंपी और कहा कि पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से उनकी पंचायत को बीपीएल मुक्त किया गया है। ये फैसला पूरी तरह ग़लत है क्योंकि अभी भी गांवों में कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें बीपीएल में रखा जाना चाहिए।
लोगों ने कहा कि पंचायत में बीपीएल मुक्ता का कोरम रखा गया था जिसकी जानकारी लोगों को नहीं दी गई। जब हमें जानकारी मिली तब तक पंचायत को बीपीएल मुक्त कर दिया गया था। उप प्रधान श्याम लाल चौधरी ने कहा कि जो पंचायत का निर्णय है वे सरासर ग़लत है। पंचायत में ऐसे लोग अभी भी है जिन्हें लाभ मिलना चाहिए था। उधर, प्रधान कमल देव ने कहा कि ये निर्णय लोगों का था इसमें किसी भी तरह की धांधली नहीं हुई है और यह सही काम हुआ है।