कांगड़ा में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के चलते अब जिला के सबसे बड़े अस्पताल टांडा में कोरोना ने दस्तक दी है। डॉक्टरों के संक्रमित निकलने पर अब यहां हलके बुखार खांसी के मरीज़ों को रेफर न करने की अपील की गई है। इसके लिए डीसी कांगड़ा ने आदेश जारी किए हैं।
डीसी कांगड़ा ने कहा कि टांडा अस्पताल प्रदेश के कई जिलों को सेवा देता है। ऐसे में यहां मरीजो की संख्या ज्यादा है और अस्पताल में संक्रमण का खतरा भी अधिक है। ऐसे में टांडा में 3 महिला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव आई थी जिसके चलते 40 डाक्टर आइसोलेट हो गए हैं। ऐसे में उनसे सभी से बातचीत की जा रही है और जो ज्यादा कॉन्टेक्ट में आए है उनको ही आइसोलेट किया जाएगा।
डीसी कांगड़ा ने कहा कि ये आदेश जारी की गए है कि नार्मल पेशंट को टांडा ना शिफ्ट किया जाए ताकि टांडा में ज्यादा भीड़ ना हो। इमरजेंसी केस टांडा में आ रहे है औऱ उनका इलाज भी जारी है। देर रात टांडा अस्पताल में गायनी वार्ड को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। वहीं पूरी तरह से सेनेटाईज करने के बाद एक बार फिर से गायनी वार्ड को चलाया गया है।