धर्मशाला से भाजपा विधायक विशाल नैहरिया पर एचएएस पत्नी ओशिन शर्मा द्वारा लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों के बाद प्रदेश महिला आयोग ने एसपी कांगड़ा को सू-मोटो नोटिस (स्व संज्ञान) जारी किया है। एसपी की ओर से इस मामले पर अभी तक क्या कार्रवाई की गई है, को लेकर चार दिन के भीतर जवाब मांगा है। महिला आयोग की अध्यक्ष डेजी ठाकुर ने इस मामले पर पुष्टि करते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी के साथ हुई इस तरह की घटना काफी निंदनीय है।
इस पूरे मामले की जांच कर रहे एसपी कांगड़ा को स्वतः नोटिस जारी किया और जवाब तलब किया गया है कि उन्होंने अभी तक इस पर क्या कार्रवाई की है। महिला आयोग की ओर से कहा गया कि सोशल मीडिया पर जिस तरह से एक बार फिर से महिला लाचार बनी है, उससे देवभूमि की मानवता पर सवाल खड़े हो गए है। हालांकि महिला आयोग ने यह भी कहा है कि अभी दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही कोई फैसला लिया जा सकता है। लेकिन जिस तरह से महिला अधिकारी सोशल मीडिया के जरिए अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रही हैं, उससे साफ है कि उस मानसिक व शारीरिक पीड़ा दी जाती थी।
महिला आयोग की अध्यक्ष डेजी ठाकुर ने बताया कि पुलिस को मामले पर सख्ती से जांच करने को कहा है। वहीं, आयोग ने यह भी कहा है कि अगर पीडि़त अधिकारी पुलिस सुरक्षा चाहती है, तो वो भी उसे मुहैया करवाई जाएं।
वहीं, विधायक विशाल नैहरिया की पत्नी ओशिन शर्मा ने शनिवार देर शाम एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन से उनके कार्यालय में लंबी बातचीत की। एसपी ने बताया कि ओशिन ने अपने पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का निर्णय अभी नहीं लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि विधायक नैहरिया का भविष्य अब उनकी पत्नी पर टिक गया है कि वह उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाती हैं या नहीं। हालांकि इस बीच सियासी चर्चा यह भी है कि पति-पत्नी के बीच समझौते को उच्च स्तरीय प्रयास रहें।