शिमला में एनएएस सम्मेलन में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने प्रदेश शिक्षकों नसीहत दी है। भारद्वाज ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल आज पिछड़ रहा है और सरकारी स्कूलों के हालात ख़स्ता हुए पड़े हैं। भले ही यहां अध्यापक पढ़े लिखे हैं, लेकिन वे अपनी ड्यूटी सही ढंग से नहीं निभाते, जिसके चलते 8वीं का बच्चा 5वीं के सवाल नहीं सॉल्व कर पाता। विश्व गुरु कहे जाने वाले भारत में आज गुरु अपनी भूमिका निभाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि बच्चे पढ़ना चाहते हैं, लेकिन शिक्षक राजनीति और वेतन भत्तों के चक्कर में पड़े रहते हैं। जब किसी शिक्षक को दूर दराज क्षेत्र में भेजा जाता है तो उनकी हाय तौबा हो जाती है। लेकिन, अब शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा और शिक्षकों को भी समय के हिसाब से प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षकों को ख़ुद अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और देश के भविष्य निर्माण में कार्य करना चाहिए।