<p>वनमंडल सोलन के तहत पिछले 5 दिनों में अब तक जंगलों में आग लगने की 20 घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में सैंकड़ों हैक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ चुके हैं। इससे बेशकीमती वन संपदा व वन्य प्राणियों का नुक्सान हुआ है। शनिवार को सोलन के समीप नौणी में जंगल में व कंडाघाट के टिकरी गांव में घासनियों में आग लग गई। नौणी में कुछ मकान व कंडाघाट में क्वारग स्कूल के समीप आग पहुंचने पर अग्रिशमन विभाग व वन विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बचा लिया। शिल्ली और खलदार जंगलों में पिछले कई दिनों से लगी आग विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार को लोगों की सहायता से बुझा दी थी। जंगलों में आग से पूरे सोलन शहर व आसपास के क्षेत्रों में धुआं ही धुआं नजर आ रहा है।</p>
<p>जानकारी के अनुसार पिछले 5 दिनों में लगातार 20 घटनाएं विभिन्न स्थानों पर आग लगने की हो चुकी हैं। 28 मई को 2 स्थानों पर आग लगी और 10 हैक्टेयर जंगल इसकी भेंट चढ़ गए। 29 मई को 4 घटनाएं वनमंडल सोलन में आग लगने की हुईं, जिसमें 60 हैक्टेयर जंगल जल गए। 30 मई को 9 घटनाएं आग लगने की सामने आईं और धर्मपुर, परवाणु व सोलन में 110 हैक्टेयर जंगल जल गए, जिसमें 69 हजार रुपए का नुक्सान भी हुआ। 31 मई को 3 घटनाएं आग लगने की हुईं और इसमें 20 हजार का नुक्सान भी हुआ है। 1 जून को सोलन में 2 स्थानों पर आग लगी है और वन विभाग व अग्रिशमन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हुए हैं।</p>
<p>शनिवार को कंडाघाट के तहत पडऩे वाली ग्राम पंचायत क्वारग के टिकरी गांव में स्थानीय लोगों की घासनी में आग लग गई। गर्मी और हवाओं के कारण आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को इस आग के लगने की जब तक भनक लगी, तब तक आग ने आधा किलोमीटर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया था। इससे कुछ ही दूरी पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला क्वारग भी है। स्कूल में बच्चों की कक्षाएं चल रही थीं। जैसे ही स्कूल प्रशासन को इस आग की स्कूल की तरफ आने की भनक लगी तो वैसे ही पूरा स्कूल का स्टाफ स्कूल के डीपी हेम कुमार शर्मा की अगुवाई में घासनी में लगी आग को बुझाने की कोशिश करने लगा ताकि आग स्कूल तक न पहुंचे, लेकिन हवा से आग और भड़क गई और स्कूल की तरफ बढऩे लगी।</p>
<p>स्कूल प्रशासन ने इसकी सूचना एसडीएम कंडाघाट, वन विभाग, अग्निशमन विभाग सोलन और पंचायत प्रधान को दी। सूचना मिलने के बाद पंचायत प्रधान आरती शांडिल, क्यारी बीट की फोरैस्ट गार्ड हिना व अग्निशमन विभाग के कर्मचारी क्वारग स्कूल पहुंचे। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने सबसे पहले स्कूल के चारों तरफ पानी की बौछार कर दी, ताकि आग स्कूल तक न पहुंचे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला क्वारग में यदि समय रहते अग्निशमन का वाहन नहीं पहुंचता तो 1987 में बना स्कूल का लकड़ी का भवन, जिसमें 5 कमरे शामिल हैं, आग की भेंट चढ़ सकता था। उधर, नौणी के समीप जंगल में दिन के समय आग लग गई। इसे बुझाने में वन विभाग जुटा हुआ है। जंगल की आग लोगों के मकानों तक पहुंचने पर इसकी सूचना अग्रिशमन विभाग को दी गई। अग्रिशमन विभाग ने 2 अग्रिशमन गाडिय़ों को मौके पर भेजा और मकानों को आग से बचा लिया।</p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
<p> </p>
Fatal Accident in Rohru Chidgaon: शिमला जिले के रोहड़ू-चिड़गांव क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे…
एचपीयू चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करने की तैयारी में है। यह…
Ashish Chaudhary marriage with Imunagambi: अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज सुंदरनगर के आशीष चौधरी ने मणिपुर की इमुनागांबी…
हिमाचल प्रदेश की क्रैक अकादमी 6,800 युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क तैयारी करवाने के…
75th Constitution Day: जिला भाजपा हमीरपुर की उपाध्यक्ष उषा बिरला ने 75वें संविधान दिवस पर…
TCP Unauthorized Construction: हिमाचल प्रदेश के नगर एवं ग्राम नियोजन (टीसीपी) अधिनियम 1977 के तहत…