सरकार द्वारा एसपी ग़ौरव सिंह के तबादले की ख़बर जनता के जहन में नहीं उतर रही। शनिवार को लोगों सड़क पर उतर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान आत्मदाह की चेतावनी देने वाले एक व्यक्ति ने भी खुद को सड़क पर जलाने की कोशिश की, लेकिन समय रहते पुलिस वालों ने उसे ग़िरफ्तार कर लिया।
बीबीएन की जनता का कहना है कि एक ईमानदार अफसर को इस तरह हटाना, सही नहीं है। एसपी की आगुवाई में यहां माफियाओं पर लगाम लग रही है। सरकार जल्द एसपी के तबादले को रद्द करे, नहीं तो उग्र आंदोलन होगा। वहीं, पुलिस ने यहां भारी मात्रा में जवानों की तैनाती कर है, लेकिन जनता का आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
ग़ौरतलब है कि बद्दी एसपी गौरव सिंह पर सरकार का फैसला जनता के सिरे नहीं चढ़ रहा। ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं, क्योंकि अभी जंजैहली का विवाद थमा नहीं कि बद्दी में सरकार का एक और फैसला लोगों को नहीं भा रहा। वहीं, लोगों के आक्रोश को ग़लत कहना भी सही नहीं होगा, क्योंकि यदि किसी की ईमानदारी की वजह से लोग उसके लिए लड़ें, तो सरकार भी चाहिए की इस पर ग़ौर करे।
कांग्रेस सरकार में भी हुआ था तबादला
इससे पहले पूर्व सरकार के दौरान एसपी गौरव का तबादला हुआ था। यहां एक कांग्रेस नेता की पत्नी के ट्रकों का एसपी ने चालान काट दिया था जिसके बाद उसे ट्रांसफर ऑर्डर थमा दिये गये। जयराम सरकार के आते ही गौरव सिंह को दोबारा वहां लगाया गया था, लेकिन अब असुरक्षा को ढाल बनाकर एसपी को फिर तबादला किया गया है।
औद्यौगिक क्षेत्र है बद्दी
वहीं, बद्दी-नालागढ़ हिमाचल के सबसे बड़े औद्यौगिक क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों से सरकार को अच्छा-खासा लाभ भी मिलता है।