पूर्व वीरभद्र सरकार के दौरान धर्मशाला के नड्डी में गद्दी समुदाय पर हुए कथित लाठीचार्ज पर जनजातीय सख़्ती से कार्रवाई अमल में लाएगा। आयोग का मुख्य काम जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की दिक्कतें समझना ही है और उन्हें इंसाफ मिलकर रहेगा। ये बात धर्मशाला आए जनजातीय आयोग के सदस्य हरसद भाई ने कही।
हरसद भाई ने बताया कि पूर्व सरकार में गद्दी समुदाय के लोगों पर हुए लाठीचार्ज पर जिला प्रशासन से पुन: रिपोर्ट तलब करने के लिए कहा गया है। राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। लेकिन, जो रिपोर्ट प्रदेश सरकार ने आयोग को भेजी थी उसमें कई खामियां पाई गई थी। अब आयोग ने इस रिपोर्ट को सही तरीके से तैयार करने का आदेश जिला प्रशासन को भेजा है। इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर आयोग सख्ती के साथ कार्रवाई अमल में लाएगा।
एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि अगर इस पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री की संल्पिता पाई जाती है और आयोग उन्हें गिरफ्तार करने के आदेश भी जारी कर सकता है। आयोग के सदस्य हरसद भाई ने कहा कि वे तीन दिन तक प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों का भ्रमण कर जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को सुनकर उनके जल्द समाधान की मांग जिला प्रशासन से करेगा।
ग़ौरतलब है कि पूर्व सरकार के दौरान धर्मशाला के नड्डी में वीरभद्र सिंह के काफिले को काले झंडे दिखाए गए थे। इस विरोध में पुलिस ने गद्दी समुदाय के लोगों के पर कथित रूप से लाठीचार्ज किया था, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे। उस दौरान कहा गया था कि लाठीचार्ज तत्काल मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कहने पर किया गया है।