<p>प्रदेश सरकार ने आम जनता से अपील की है कि विभिन्न राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों के दौरान प्लास्टिक के झण्डे के स्थान पर कागज से बने राष्ट्रीय झण्डे का उपयोग करें। प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि आमतौर पर देखने में आया है कि लोग ऐसे अवसरों पर प्लास्टिक के राष्ट्रीय झण्डे का इस्तेमाल करते हैं। फ्लैग कोड ऑफ इंडिया, 2002 के प्रावधानों के अनुसार प्लास्टिक के झण्डों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए और किसी भी गतिविधि के बाद झण्डे को जमीन पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए।</p>
<p>उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के झण्डे नष्ट नहीं होते। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है, इसलिए इसका समुचित सम्मान किया जाना चाहिए। आमतौर पर सरकार के संगठनों और संस्थाओं के बीच राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े कानून के बारे में जानकारी नहीं होती। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि फ्लैग कोड आॅफ इंडिया के प्रावधानों पर अमल करें और राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा को बनाए रखें।</p>
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