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होटल कारोबारियों को कुछ कमाने की आस थी, पर फिर गया पानी: एसोसिएशन अध्यक्ष

मृत्युंजय पुरी |

कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में पर्यटन कारोबारियों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था। लेकिन अब धौलाधार की पहाड़ियों पर हुई बर्फवारी के चलते होटल कारोबारियों को आस जगी थी कि एक बार फिर से काम काज शुरू होगा और दिसम्बर माह बेहतर निकलेगा। लेकिन सरकार ने एक बार फिर बढ़ते मामलों को देखते कांगड़ा जिला में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। अब ऐसे में पर्यटक हिमाचल आने से परहेज करेगा।

होटल कारोबारी आज करोड़ो के कर्ज के नीचे दब गए है। यह कहना है होटल और रेस्टुरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बाम्बा का। उन्होंने कहा कि पहाड़ियों में बर्फबारी हुई है और इसे देखने के लिए पर्यटक आएंगे और दिसम्बर माह में क्रिसमस व नव वर्ष के किये पर्यटक धर्मशाला व कांगड़ा जिला की ओर रुख करेंगे। लेकिन सरकार के इस फैसले से सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। कोरोना महामारी से बचाव औऱ मास्क आदि के लिए सरकार को सख्ती करनी चाहिए थी लेकिन सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया समझ से परे है ।