प्रदेश भर में चिकित्सकों की हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी रही, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी कड़ी में अब सरकार की आंखें भी खुल गई हैं और सरकार ने पहल करते हुए चिकित्सकों को 18 फरवरी को वार्ता के लिए बुलाया है।
चिकित्सकों ने कहा कि उनकी आज भी हड़ताल जारी है। शुक्रवार को होने वाली बैठक के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। आज भी मरीज ओपीडी के बाहर चिकित्सकों के इंतजार में खड़े रहे लेकिन हड़ताल के चलते डॉक्टर ओपीडी में नहीं आये।
शिमला मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कैंथला ने कहा कि सरकार द्वारा संयुक्त संघर्ष समिति को वार्ता के लिए बुलाया गया है। 18 फरवरी को सरकार के साथ समिति के पदाधिकारियों की वार्ता होगी। इस वार्ता में उन्हीं मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा जिनका मांग पत्र सरकार को सौंपा गया है।
नया वेतनमान जो सरकार द्वारा दिया जा रहा है उसमें विसंगतियों के चलते उन्हें मजबूरन पेन डाउन स्ट्राइक का सहारा लेना पड़ा। प्रदेश में पंजाब की तर्ज पर वेतनमान दिया जाता था लेकिन इस बार जो वेतनमान दिया गया है वह उस तर्ज पर नहीं है ।
इसके विपरीत एनपीए (नॉन प्रैक्टिस अलाउंस) को भी 25 से घटा कर 20 फीसदी कर दिया है जो कि गलत है। वहीं 4/9/14 जो स्केल उन्हें मिलता था वह भी सरकार ने रोक दिया है। संयुक्त संघर्ष समिति ने सरकार को इस सम्बंध में मांग पत्र भी सौंपा है और उन्हें आशा है कि सरकार कल की वार्ता में उनकी मांगों पर गौर करेगी। अगर बैठक में उनके पक्ष में कोई निर्णय नहीं आता तो समिति बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी, लेकिन उस समय तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।