प्रदेश सरकार घाटे में चल रही वॉल्वो बसों को बंद कर देगी। प्रदेश से दिल्ली, चंडीगढ़ के रूट पर चलने वाले कई वॉल्वो बसें घाटे में चल रही हैं। इन्हें बंद करने के निर्देश परिवहन मंत्री ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) प्रबंधन को दिए हैं। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को सौंपने के लिए कहा है। ये बसें वैट लीजिंग यानी सरकार द्वारा ठेके पर चलाई जा रही हैं।
हालांकि प्रदेश सरकार ने एक महीने पहले ही तीन रूटों पर वॉल्वो बसों को बंद कर दिया है। इनमें मनाली-दिल्ली, धर्मशाला-दिल्ली दिन का रूट और शिमला-दिल्ली रूट पर एक-एक बस बंद की गई है। पूर्व सरकार ने 41 वॉल्वो बसें ठेके पर चलाई थीं। इनमें चालक और परिचालक एचआरटीसी के तैनात हैं।
दीवाली के बाद बंद होंगी एसी डीलक्स बसें
प्रदेश सरकार एसी डीलक्स बसों को भी बंद करने की तैयारी में है। दीवाली के बाद घाटे में चल रही डीलक्स बसों को बंद कर दिया जाएगा। चार एसी डीलक्स बसों को बंद करने का एचआरटीसी ने प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। इनमें दो एसी टेंपो ट्रेवलर भी शामिल हैं। निगम ने मनाली से दिल्ली, धर्मशाला-शिमला रूट पर चल रही एसी डीलक्स बस और मनाली से चंडीगढ़, धर्मशाला से चंडीगढ़ रूट पर चल रही एसी टेंपो ट्रेवलर को बंद करने का प्रस्ताव तैयार किया है। प्रदेश में 18 डीलक्स बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं।
प्रदेश में 91 वॉल्वो बसें
प्रदेश में करीब 91 वॉल्वो बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं। इनमें से 50 वॉल्वो बसें एचआरटीसी की हैं और 41 वैट लीजिंग यानी ठेके पर ली गई हैं। इन सभी का लेखा-जोखा तैयार किया जाएगा। घाटे में चल रही वॉल्वो बसों की सूची बनाई जाएगी। इस प्रक्रिया को पूरा होने में करीब एक महीना लगेगा।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार उन वॉल्वो बसों को बंद करने जा रही है जो घाटे में चल रही हैं। इसके अलावा घाटे में चल रही एसी डीलक्स बसों को भी बंद किया जा रहा है। जिसके लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा गया है।