प्रदेश में जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई है, तब से निजी बसों को गुंडागर्दी बढ़ती ही जा रही है। निजी बस ऑपरेटर खुलेआम सड़कों पर सरकारी बस कर्मचारियों से भिड़ते या बहसबाजी करते दिखाई पड़ते हैं। और ये सब होता है सिर्फ़ उनकी टाइमिंग के चक्कर में। यानी कि दिन-रात सेवाएं दे रही सरकारी बसें यदि अपने टाइम से 1 मिनट में पीछे रह जाती हैं तो निजी बस के ड्राइवर-कंडक्टर इनसे झगड़ने लगते हैं। इस सारे झगड़े सारा ख़ामियाज़ा सवारियों को भुगतना पड़ता है जो बसों में मौके पर सवार रहती हैं।
ऐसा ही एक वाक्या फ़िर बिलासपुर से हमीरपुर के बीच दधोल में पेश आया है। यहां निजी बस ऑपरेटर सरेआम सरकारी कर्मचारियों को ग़ालियां निकाल रहा है और बे-बस सवारियां मजबूरन सभी का मूंह ताकने के मजबूर है। यहां तक कि गाड़ी में बैठी सवारियों ने नीचे दिया गया वीडियो बनाया और समाचार फर्स्ट को बकायदा फाइल अटैच की।
प्रत्यक्षदर्शियों को मुताबिक, ये सारा हंगामा बस टाइमिंट को लेकर हुआ है। यहां तक कि लोगों को कहना है कि अगर सरकारी बस ड्राइवर और ज्यादा बहसबाजी करता तो उससे मारपीट की पूरी संभावना बनी हुई थी। इन निजी बस ऑपरेटरों को न कोई अधिकारी रोकने वाला और न ही विभाग के मुखिया यानी मंत्री महोदय। या फ़िर यूं कहें कि जिसकी चलती, उसकी क्या ग़लती…।।