प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के निदेशक से जुड़ा ऑडियो वायरल होने के बाद विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए निदेशक को गिरफ़्तार किया है। निदेशक महोदय अब बीपी और मधुमेह(शूगर) की शिकायत को लेकर आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती हो गए है। फ़िलहाल विजिलेंस के मुताबिक डायरेक्टर हेल्थ पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए और भूलने का बहाना बना रहे है।
वहीं, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मामले में ज़्यादा कहने से बचते नज़र आए। उन्होंने कहा की मामले की जांच की जा रही है। दरअसल, बुधवार को प्रदेश भर में कथित ऑडियो ख़ूब चर्चा में रही। 47 सेकेंड की इस ऑडियो में पांच लाख के लेन-देन को लेकर बातचीत है। ऑडियो में पैसे के लेन-देन को लेकर बातचीत है। प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने इस कथित वायरल ऑडियो को जांच के लिए विजिलेंस को सौंपा था।
बताया जा रहा है कि जिस अधिकारी से संबंधित ये ऑडियो है, वो इसी महीने सेवानिवृत्त होने वाला है। ऑडियो में दो बैंकों का नाम लिया जा रहा है जिसमें 5 लाख रुपये के लेन देन का जिक्र है। वहीं, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष लगातार स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों के आरोप लगाता रहा है। सचिवालय सेनेटाइजर घोटाले की विजिलेंस जांच चल रही है। बिलासपुर में पीपीई किट की गुणवत्ता पर भी जांच चल रही है। अब स्वास्थ्य विभाग के निदेशक एके गुप्ता का गिरफ्तार होना सभी मामलों की पुष्टि करता है।