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IGMC में डॉक्टरों ने 2 घंटे किया पेन डाउन, मरीजों को इलाज के लिए करना पड़ा इंतजार

पी. चंद |

मेडिकल ऑफिसर एसोशिएशन की 2 घंटे की पेन डॉउन हड़ताल के समर्थन में अब आईजीएमसी के रेजीडेंट डॉक्टर्स भी उतर आए हैं। बुधवार को आईजीएमसी में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक पेन डॉउन हड़ताल की और ओपीडी में किसी भी मरीज को चेक नहीं किया। अनलॉक होने के बाद आईजीएमसी में फिर से प्रतिदिन लगभग  2000 से अधिक मरीज इलाज के लिए पंहुच रहे हैं।

यहां मरीज प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीजों को परेशान होकर मजबूरन ओपीडी के बाहर इंताजर करना पड़ा। अस्पतालों में ओपीडी रेजिडेंट डॉक्टर्स के भरोसे ही चलती है। यह वो रेजिडेंट डॉक्टर होते हैं जो पीजी कर रहे हैं और इनका काम ओपीडी में मरीजों की प्राथमिक स्तर से जांच करना रहता है। कोई भी मरीज जब अस्पताल में आता है तो सबसे पहले उसे रेजिडेंट डॉक्टर ही चेक करते हैं।

कोई भी मरीज प्रोफेसर रैंक के डॉक्टर से सीधे इलाज नहीं करवा सकता। डॉक्टर्स की पेन डॉउन हड़ताल में मेडिकल ऑफिसर संघ, आयुर्वेदिक मेडिकल संघ, वेटनरी ऑफिसर संघ शामिल हैं। आईजीएमसी रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है की उनकी मुख्य मांग पंजाब वेतन आयोग की सिफारिशों को लेकर है। पंजाब वेतन आयोग के तहत प्रैक्टिस अलाउंस 25 से 20 फीसदी कर बेसिक वेतन से डी-लिंक करने का डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा डॉक्टरों  के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की घटनाओं की वह निंदा करते हैं। डॉक्टर्स की यह हड़ताल पूरे प्रदेश में चल रही है और इसमें अब रेजिडेंट डॉक्टर्स भी शामिल हो गए हैं।