कांगड़ा का फतेहपुर पिछले दो माह में चार वीर सैनिकों को खो चुका है। एक के बाद एक सैनिक शहीद हो रहे हैं। सोमवार को एक अन्य सैनिक की मौत हो गई थी। सैनिक की मौत से समूचा फतेहपुर क्षेत्र गमगीन है औऱ समस्त फतेहपुर में शोक की लहर है। जानकारी अनुसार स्थाना का 38 वर्षीय दीपक कालिया सेना बिंग के 19 पंजाब में कार्यरत था। सोमवार को पंजाब प्रांत के पठानकोट में सुबह ड्यूटी के दौरान उसे अचानक दर्द उठा जिसे तुरन्त आर्मी अस्पताल ले जाया गया, वहां पर उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक सैनिक दीपक कालिया का शव जैसे ही मंगलवार को तिरंगे में लिपटा हुआ स्थाना में पहुंचा तो हर तरफ चीखो पुकार गूंज उठी। शहीद सैनिक की माता राज कुमारी और पत्नी सीमा देवी सहित परिजन तथा गांववासी फूट-फूट कर रो पड़े। हर किसी की आंख नम हो गई। सैनिक का राजकीय सम्मान के साथ स्थाना के श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पठानकोट और धर्मशाला की आर्मी टुकड़ी ने शहीद सैनिक दीपक कालिया को जेसीओ धर्मवीर के नेतृत्व में 16 तोपों की सलामी दी गई।
चचेरे भाई अनिल कुमार ने शहीद सैनिक की चिता को मुखाग्नि दी। बताया जा रहा है कि मृतक जवान मौत के दो दिन पहले शनिवार सुबह परिवार वालों से मिलने आया था जोकि शाम को वापिस ड्यूटी के लिए चला गया था। किसे क्या पता था कि वो उसकी परिवार के साथ आखिरी मुलाकात थी। मृतक जवान अपने पीछे माता राज कुमारी, पत्नी सीमा देवी और दो नन्हे बच्चे दिव्यांश और गुगु छोड़ गया है।