कांगड़ा जिला में प्रमुख धार्मिक स्थलों, शक्तिपीठ मंदिरों को खोलने से पहले कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश उपमंडलाधिकारियों को दिए हैं। उपमंडलाधिकारियों से कार्ययोजना की रिपोर्ट मिलने के पश्चात ही शक्तिपीठ मंदिरों को दर्शनों के लिए खोला जाएगा। सोमवार को इस बाबत उपायुक्त राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक की।
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि शक्तिपीठ मंदिरों को खोलने से पहले मंदिर अधिकारियों और मंदिर के कर्मचारियों तथा पुजारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंदिरों को सेनेटाइज इत्यादि करने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे। मंदिरों में किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं हो इस के लिए भी मंदिर में श्रद्वालुओं के प्रवेश को लेकर भी अलग अलग समय निर्धारित किया जाएगा।
इसके लिए SDMs को उपयुक्त प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी स्तर पर कोविड संक्रमण को फैलने से रोका जा सके> इसके साथ ही मंदिरों में श्रद्वालुओं प्रवेश Qj बाहर निकलने के लिए भी अलग अलग रास्ते निर्धारित करने के लिए कहा गया है। कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी मंदिर, ब्रजेश्वरी मंदिर, चामुंडा मंदिर, बगलामुखी मंदिरों में श्रद्वालुओं की भीड़ ज्यादा रहती है और इन मंदिरों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल की अनुपालना पर ज्यादा फोक्स रहेगा।