कांग़ड़ा जिला में तीन चरणों में हुए पंचायती राज चुनाव में कोताही बरतने पर कुछ अधिकारियों औऱ कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इनमें दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, जबकि तीन को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इनका जवाब तीन दिन के भीतर न देने पर चुनाव आयोग अगली कार्रवाई करेगा।
इन अधिकारियों और कर्मचारियों के मुख्यालय भी तय कर दिए हैं, जहां ये रिपोर्ट करेंगे। उनका मुख्यालय भी बदल दिया गया है। यह जानकारी सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा अश्वनी शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने कांगड़ा ब्लॉक की हलेड़कलां पंचायत के प्रधान पद के चुनाव के दौरान असिस्टेंट रिटर्निग ऑफिसर (एआरओ) अनिल कुमार को ड्यूटी में कोताही बरतने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित कर दिया है। उनका मुख्यालय बदलकर नगरोटा बगवां कर दिया है।
वहीं इंदौरा ब्लॉक की बसंतपुर पंचायत के एआरओ दीप कुमार को भी चुनाव ड्यूटी में कर्तव्य परायणता का दोषी और फिर से चुनाव करवाने के लिए सरकारी खजाने पर बोझ पड़ने पर निलंबित कर दिया है। अगले आदेश तक उन्हें खंड विकास कार्यालय नूरपुर में रखने का आदेश दिया है। इसी मामले में बसंतपुर पंचायत के सचिव धर्मपाल को इंटरनेट मीडिया में प्रधान के परिणाम की सीट बनाकर वायरल करने और फिर चुनाव करवाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा का नाम मतदाता सूची से गायब होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने धर्मशाला ब्लॉक की रक्कड़ पंचायत के सचिव अमित कपूर को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। सुलह ब्लॉक की पंचायत थुरल कनसुआ के पोलिग बूथ तीन में पंचायत समिति के चुनाव में पोलिंग पार्टी की बड़ी चूक मामले में एआरओ विनोद कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यहां बैलेट पेपर में पांच उम्मीदवारों का उल्लेख नहीं किया था।