कुल्लू दशहरा उत्सव के पांचवे दिन नारी गरिमा के लिए तीन हजार से अधिक महिलाओं ने सामूहिक नृत्य किया और नारी सम्मान का संदेश दिया। पहाड़ी गीतों में बेटी है अनमोल, बुधूआ मामा सहित अनेकों परंपरागत गीत पर नाटी पेश कर महिलाओं ने महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर भी जागरुकता का संदेश दिया।
हालांकि, इससे पहले दशहरा उत्सव के दौरान 14 हजार से भी अधिक महिलाएं नाचकर कुल्लवी नाटी को लिम्का और गिनिज बुक ऑफ बल्ड रिकार्ड बना चुकी है। लेकिन रिकार्ड बनाने के बाद अब बेटी बचाओ, महिला सशक्तिकरण, नारी गरिमा के लिए हर साल हजारों की संख्या में महिलाओं का सामूहिक नृत्य किया जाता है। लिहाजा इस बार भी 3 हजार से अधिक महिलाओं ने इस नृत्य में भाग लिया, जिसमें एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री सहित अन्य कई सम्मानित महिलाओं शामिल रहीं।