हिमाचल प्रदेश के सबसे कम उम्र में एसपी बनने बाले पुलिस प्रशासन में सिंघम नाम से मश़हूर गौरव सिंह ने कुल्लू जिला के बतौर एसपी पदभार संभाला। इससे पहले भी अपने शानदार कामों के लिए कई बार लोगों की नज़रों में बने रहे हैं। इस अधिकारी की कार्यप्रणाली की जनता प्रशंसा करती है और बीबीएन के जनप्रतिनिधि व लोग चाहते थे कि वे यहां पर एसपी लगें, ताकि नशा व खनन माफिया पर लगाम लग सके।
गौरव सिंह का जन्म 1 जुलाई, 1990 को आगरा में एक साधारण परिवार में हुआ है। उनके पिता का नाम बी सिंह और माता का नाम किरण देवी हैं। गौरव शिमला, बद्दी और कांगड़ा में बतौर एएसपी सेवाएं और लाहौल-स्पीति में बतौर एसपी सेवा दे चुके हैं। बद्दी में तैनाती के बाद से ही आईपीएस गौरव सिंह अवैध खनन और नशीले पदार्थ के कारोबार पर सख्त रुख अपनाए हुए थे। उनके आठ महीने के कार्यकाल के दौरान बद्दी में अवैध खनन पर लगभग अंकुश लग गया था।
उनकी कार्यशैली की दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बद्दी में रात के अंधेरे में फलने फूलने वाला अवैध खनन का कारोबार लगभग बंद हो गया था। 7 माह के कार्यकाल में अवैध खनन के 177 मामले पकड़े थे बद्दी में बतौर एएसपी गौरव सिंह ने अपने 7 महीनों के कार्यकाल में अवैध खनन के 177 मामले पकड़े और करीब 26 लाख रुपए जुर्माना वसूला था।