मंडी के बल्ह क्षेत्र गांव खयूरी के एक युवा सनी ठाकुर हिमाचल के कई नौजवानों के लिए अपने साहस के चलते प्रेरणा का संदेश दे रहे है। यदि इरादे बुलंद हो तो आदमी जीवन में कठिन से कठिन काम को भी अंजाम दे सकता है। 75 प्रतिशत विकलांग होते हुए भी सनी ठाकुर दुर्गम और शाहसी कार यात्रा के लिए अकेले ही निकल पड़े। बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने हरी झंडी दिखाकर इस युवा को यात्रा हेतु रवाना किया और अपना मिशन पूरा करने की उन्हें शुभकामनाएं दी।
सनी ठाकुर इस यात्रा को मंडी, मनाली, लाहुल स्पीति, पांगी, किस्तवाड़, लेह लद्दाख होते हुए पूरी करेंगे। वह इंडियन बुक और एशिया रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाने के उद्देश्य से ही इस यात्रा में अकेले ही निकले हैं। इस दौरान इस यात्रा को प्रायोजित करने वाली एजेंसी उन्हें लगातार मॉनिटर करती रहेगी।
सनी ठाकुर पहले से ही खेल खुद गतिविधियों में खूब हिसा लेते थे। इसके चलते पिता सूरज ठाकुर ने उसे स्पोर्ट्स हॉस्टल बिलासपुर में एडमिशन दिलवाई थी। लेकिन एक दिन सनी खेल हॉस्टल में ही एक मेजर दुर्घटना के शिकार हो गए और उन्हें रीढ़ की हड़ी में गहरी चोट आई। काफी इलाज करवाने के बाद भी वह ठीक नहीं हो सके। डॉक्टरों ने उन्हें 75 प्रतिशत विकलांग घोषित किया। माना की सनी को चलने फिरने में बड़ी मुस्किल होती है फिर भी यह युवा ऐसी जोखिम भरी यात्रा करके अपनी जिंदा दिली का परिचय दे रहा है जो युवाओं के किसी प्रेरणा से कम नहीं।