हिमाचल प्रदेश में शासन और प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद सडक़ों की हालत नहीं सुधरने पर अब लोगों ने ही इन जानलेवा गढ्ढों को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। ऐसा ही बीड़ा जिला मंडी के नाचन विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी संगठन नाचन जनकल्याण समिति ने उठाया है। बुधवार को नाचन जनकल्याण समिति के सदस्यों ने एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थित नौलखा में सडक़ के बीचों-बीच बने जानलेवा गढ्ढों को अपने स्तर पर कंकरीट से भरा।
जानकारी देते हुए नौलखा गांव के स्थानीय निवासी ने कहा कि मंडी जिला के नौलखा से डडौर तक फॉरलेन काम शुरू होने के बाद हाईवे की हालत खराब है। सडक़ के बीचों-बीच बने जानलेवा गढ्ढे में गिरकर आए दिन वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं और इन गढ्ढों के कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। सड़क की खराब स्थिति को लेकर एसडीएम और एनएचएआई को भी शिकायत की गई। लेकिन आजदिन तक इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगती है। इस कारण आए दिन यहां पर हादसे होते हैं।
उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग इसे एनएचएआई का हिस्सा होने का रोना रोता है और एनएचएआई कंपनी के ऊपर जिम्मेदारी थोप देती है। नाचन जनकल्याण समिति की टीम के द्वारा आज इन गढ्ढों को कंक्रीट से भरकर सराहनीय काम किया है। अनसुना होने पर युवाओं का इस तरह गढ्ढे भरना सरकार और विभाग के मुंह पर तमाचा है।