सिरमौर की पांवटा साहिब नगर परिषद में चल रही जंग ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही। अब कांग्रेस पार्षदों ने बीजेपी विधायक सुखराम चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि गत दिनों नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार के मामले में सुखराम चौधरी अपना इस्तीफा देने की बजाय उल्टा ही निर्दोष कांग्रेसी पार्षदों पर आरोप लगा रहे हैं। सुखराम चौधरी बौखला गए हैं और उनकी बौखलाहट गत दिनों सामने आई है।
कांग्रेस के पार्षद धनवीर कपूर ने कहा कि सुखराम चौधरी पहले भी एक भ्रष्टाचार के मामले को दबाने के चक्कर में आ चुके हैं। सेशन कोर्ट से उनको जमानत पर छोड़ा गया था। इसके बाद भी वह नगरपालिका में हुए रिश्वतखोरी मामले में मामले को दबाने में जुटे हुए हैं। सुखराम चौधरी को भी अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए
वहीं, कांग्रेसी पार्षद हरविंदर कौर ने आरोप लगाए कि सुखराम चौधरी ने उनके ऊपर निराधार आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जो टेंडर अवार्ड किए गए थे वह हाउस द्वारा पास कर ठेकेदार ने 5 नंबर वार्ड में काम किया है। सुखराम चौधरी उनके और उनके परिवार को निजी तौर पर हमला कर प्रभावित कर रहे हैं। यदि सुखराम चौधरी आरोप सिद्ध नहीं कर पाए तो वे उन पर मानहानि का केस करेंगे और सुखराम चौधरी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
यूथ कांग्रेस ने भी मांगा इस्तीफा
वहीं, यूथ कांग्रेस ने भी विधायक सुखराम चौधरी के इस्तीफे की मांग की है। युवा कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कहा की पांवटा साहिब नगर परिषद में भ्रष्टाचार सामने आने से गुरू की नगरी की छवि पूरे प्रदेश में खराब हुई है। भाजपा पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी बड़ी बातें करते थी। लेकिन अब भाजपा के भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे है। जबकी स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी नगर परिषद की हर बैठक में शामिल होते थे, लेकिन भ्रष्टाचार के मामलों में मुख्य दर्शक बने रहे।
इस मौके पर कांग्रेस नेता स हरप्रीत सिंह ने कहा कि नगर परिषद में उजागर हुआ भ्रष्टाचार का मामला शर्मनाक है। ऐसे में सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से दोनों आरोपी पदाधिकारियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए। वर्तमान में पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में माफिया राज फल-फूल रहा है।