पौंग विस्थापितों का रोष लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को नारेबाजी करते हुए विस्थापितों ने एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद के माध्यम से सरकार और संबंधिक विभागों को ज्ञापने भेजा। चेतावनी देते हुए विस्थापितों ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर अगर सरकार और विभाग सुनवाई नहीं करते तो वे धरने पर बैठेंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और विभाग की रहेगी।
विस्थापितों ने कहा कि वन्य प्रणाली विभाग को भेजे हुए नोटिस को वापस लें और जब तक विस्थापितों का हक नहीं मिल जाता तब तक पौंग बांध की ज़मीन पर खेती और बिजाई करने दें। यह ज्ञापन उन्होंने वन्य प्राणी विभाग, बीबीएमबी और मुख्यमंत्री को भेजा है। इस मौका पर पौंग विस्थापित ने हाडा चौंक पर इकट्ठा होकर रैली निकाली। उनका कहना है कि जब तक पौंग विस्थापितों को उनका हक नहीं मिल जाता है और सम्बंधित विभाग तथा राजस्थान सरकार समझोते के तहत लोगों को उनका हक नहीं देगा.. तब तक पौंग बांद की ज़मीन पर खैती करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अब पौंग विस्थापितो का काफी शोषण हो चुका है। अगर अब कोई हल नहीं हुआ तो अब सीधे-सीधे विभाग से आमने-सामने लड़ाई लड़ी जाएगी। जिन लोगों की जमीनें गयी वो आज दर दर की ठोकरे खा रहे हैं जबकि बीबीएमबी के साथ साथ राजस्थान, पंजाब और हारियाणा सरकारें मौज कर रही हैं। अगर ज्ञापन के बाद भी लोगो को पौंग बांध की जमीन पर खैती करने से रोका गया तो पौंग विस्थापित आर पार की लडाई लड़गें। जिसमें किसी भी नुक्सान के जिम्मेदार विभाग और सम्बंधित सरकारों की होंगी।