कांगड़ा में हुए प्रदेश के सबसे भयानक नूरपुर स्कूल बस हादसे के बाद भी निजी स्कूल अपनी हरक़तों से बाज़ नहीं आ रहे। पहले की तरह अभी भी बसों को ओवरलोड कर बच्चों को ढोया जा रहा है और उसपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। बीते बुधवार को भी रैहन डीएवी स्कूल की बस बच्चों से खचाखच भरी दिखाई दी।
मिली जानकारी के मुताबिक, 32 सीटर बस में कुल 43 बच्चे लादे गए थे। यहां तक कि न तो ड्राइवर ने सीट बेल्ट पहनी थी और न ही बस में कोई नंबर प्लेट थी। हालांकि, प्रशासन की ओर से यहां चालान काटने का काम जारी है, लेकिन स्कूल बसों पर कोई नज़र नहीं रखी जा रही। जब स्कूल प्रिंसिपल रशमी जम्बाल से बात की गयी तो उन्होंने पहले तो ओबरलोडिंग न होने की बात को अस्वीकार कर दिया।
वहीं, एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद का कहना है कि उन्होंने पुलिस प्रशासन को आदेश दे रखे हैं कि इस पर कार्यवाही करें। बच्चों के अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि वे अपने बच्चे को स्कूल भेज रहें हैं और बस ओबरलोडिंग है तो ब को न बैठाए तथा प्रशासन को सूचित करें।