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शिमला में ‘नशा मिटाओ-हिमाचल बचाओ’ पर विशेष बैठक, DGP ने की सराहना

पी. चंद |

शिमला में प्रदेश के विभिन्न जन संगठनों द्वारा नशा मिटाओ-हिमाचल बचाओ विषय पर एक राज्य स्तरीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग के महानिदेशक सीता राम मरडी मुख्य रूप से पधारे और उपस्थित लोगों को नशों के दुष्प्रभाव और इससे बचने के बारे में जानकारी दी। मरडी ने कहा कि आज के समय में नशा एक बहुत ही भयानक समस्या के रूप में सामने आ रहा है और हिमाचल प्रदेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक एक दशमलब सात प्रतिशत लोग अफीम के नशे के आदी हैं।

उन्होंने इस सम्मेलन को आयोजित करवाने के लिए आयोजकों की सराहना की। सीता राम मरडी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा प्रदेश में नशे के प्रचलन को खत्म करने के लिए ड्रग फ्री हिमाचल नाम से एक ऐप तैयार की गई है जो की पूरे देश में अपनी तरह का एक पहला प्रयास है। कोई भी व्यक्ति इस ऐप के माध्यम से अपने क्षेत्र या प्रदेश में कहीं भी नशों का व्यापार करने वाले लोगों और अन्य तरह के अपराधों के बारे में पुलिस विभाग को बगैर अपनी पहचान बताए जानकारी दे सकते हैं।

पुलिस द्वारा इस पर कार्रवाई करके नशों के व्यापार में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाता हैं। लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस ऐप के माध्यम से नशों से जुड़े लोगो के बारे में जानकारी देने की अपील की ताकी हिमाचल प्रदेश से नशे की बुराई को जड़ से खत्म किया जा सके।

वहीं, इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कार्यक्रम के आयोजक कुलदीप तनवर ने कहा कि आज के समय में नशा एक खतरनाक समस्या के रूप में हमारे समाज के सामने पेश आ रहा है और गंभीर विषय पर चर्चा करने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस विषय पर आज नशा मिटाओ-हिमाचल बचाओ मंच का भी गठन किया गया है जो कि आने वाले समय में सरकार को भी जरुरी सुझाव देगा और इस विषय पर सभी सम्बंधित विभागों के बीच आपसी तालमेल विठाने पर जोर देगा।