शिमला शहर में येलो लाइन में लोगों को दी जा रही गाड़ी पार्किंग सुविधा को लेकर कांग्रेस नेता को पूर्व डिप्टी मेयर हरीश जनारथा ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि येलो लाइन में पार्किंग से लोगों की समस्याएं बढ़ जाएंगी क्योंकि जहां पर यह लाइन लग रही है वहां केवल रसूखदार लोग गाड़ियां खड़ी करेंगे। जिस जगह पर 100 गाड़ियां खड़ी होती है वहां पर केवल 10 से 15 गाड़ियां ही खड़ी हो पाएंगी जिससे लोग परेशान होंगे।
भाजपा शासित नगर निगम कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए लोगों के लिए नई परेशानी खड़ी कर रहे हैं जिस का वह विरोध करते हैं। जरूरत पड़ने पर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। नगर निगम इस फैसले को लेकर एक बार फिर से विचार करें। नगर निगम शिमला केवल अपनी सड़को पर ही येलो लाइन लगाकर पार्किंग की सुविधा लोगों को दे सकता है जबकि पीडब्ल्यूडी , सीपीडब्ल्यूडी और एनएच वाली सड़क पर एमसी का अधिकार नहीं है, वहां पर यह सुविधा लागू नहीं होगी।
नगर निगम की ज्यादातर सड़कें कोर एरिया में है और वंहा पर सड़कें पहले की तंग और संकरी है। अगर इन सड़कों पर गाड़ियां खड़ी की जाएंगी तो न तो एम्बुलेंस वंहा से आ पाएगी और न ही लोग पैदल चल पाएंगे। साथ ही अगर गाड़ियों को खड़ी करने को लेकर फीस वसूली जाएगी तो गाडियों के नुकसान होने पर कहीं ना कहीं नगर निगम की जिम्मेदारी बन जाएगी। नगर निगम येलो लाइन पार्किंग के विषय को छोड़कर शहर के वार्डों में जगह देखकर नई पार्किंग बनाने का काम करें।