प्रदेश में तीन दिनों तक लगातार रही बारिश के बाद शिमला में पानी संकट गहरा गया है। भारी बारिश से गुम्मा और गिरि के पम्पिंग स्टेशनों पर गाद भर गई है। जिसकी वजह से 18 एमएलडी पानी ही मुख्य टैंकों तक पहुंचा है। जबकि, शिमला को हर दिन 50 एमएलडी से ज्यादा पानी जरूरत पड़ती है। पहले ही शिमला को तीसरे दिन पानी मिल रहा है। ऐसे में कम पानी आना अब फिर से लोंगो की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
सोमवार को भी कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई नहीं दी गई। जबकि मंगलवार को सेंट्रल जोन में आने वाले रिज, मालरोड, लोअर बाजार, लिफ्ट, कृष्णानगर, बस स्टैंड और संजौली जोन के इंजनघर, संजौली बाजार के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति नहीं हुई।
मंगलवार को 18.22 एमएलडी पानी ही मिला
गाद के चलते शिमला में मंगलवार को 18.22 एमएलडी पानी ही मिला है इससे आज सप्लाई वाले सेंट्रल जोन और संजौली और छोटा शिमला चोडा मैदान जोन में पानी नहीं दिया गया।इससे शिमला के आधे से ज्यादा इलाकों को पानी नहीं मिल रहा है। कुछ इलाकों में चौथे दिन पानी की आपूर्ति हुई है। गाद बढ़ने से कई बार पंपिंग रोकनी भी पड़ी है। हालांकि, चैड़ से 0.54 एमएलडी, कोटी बरांडी से 2.79 एमएलडी, गुम्मा से 7.50 एमएलडी, गिरी से 4,50 एमएलडी व चुरट से 2.89 एमएलडी पानी मिला है।
यहां नहीं हुई आपूर्ति
मशोबरा, ढली, संजौली बाजार, छोटा शिमला, ईजनघर, सांगटी, बंगाला कॉलोनी, विकासनगर, निगकम विहार, लोअर खलिणी, राजभवन एरिया, लक्कड़ बाजार, राम बाजार कृष्णानगर, कलेस्टल, भराड़ी, कुफ्टाधार, रुल्दुभट्टा, समरहिल, चक्कर, बालूगंज, कैथू और टुटू एरिया में नगर निगम पानी की सुबह और दोपहर की सप्लाई नहीं दे पाया।