कांगड़ा का टांडा अस्पताल एक के बाद एक सुर्खियों में बना हुआ है। पहले जहां लिफ्ट के बाहर डिब्बे में मृत बच्चे के मिलने से अस्पताल की लापरवाही सामने आई, वहीं अब कर्मचारियों ने भी मरीज़ों की जान बचाने के अलावा उनके जान जोखिम में डालने की सोच रखी है। फिलहाल, कल रात यानी बुधवार को हुए एक इंसीडेंट में तो कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है।
दरअसल, बुधवार रात ब्लड बैंक के कर्मचारी ने मरीज़ को जरूरत पड़ने पर एक्सपायरी A- ब्लड प्लाजा ही थमा दिया। ये तो शुक्र है कि वहां के स्टाफ ने ब्लड को देख लिया और उसे चढ़ाने से मना कर दिया। यदि ये एक्सपायरी ब्लड प्लाज्मा मरीज़ को चढ़ाया जाता तो उसकी जान पर बात आ सकती थी। यहां तक कि कर्मचारी ने बकायदा क्रॉस मैच की स्लिप भी दी।
मरीज़ के साथ आए परिजनों का कहना है कि पहले तो ब्लड देने में कई दिक्कतें को सामना करना पड़ा और जब आख़िर में ब्लड मिला ही तो वे भी एक्सपायरी। टांडा प्रदेश का दूसरा बड़ा अस्पताल है और ऐसे में यहां के कर्मचारी किस तरह अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, इसका अंदाजा खुद लगाया जा सकता है।