2017 में हुए चुनावों के दौरान रुकी पुलिस भर्तीप्रक्रिया बहाल होने के बाद प्रदेश के कुछ युवा सरकार से बाकी भर्ती प्रक्रियाओं को भी बहाल करने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर युवाओं का कहना है कि सरकार कंडक्टर भर्ती और केसीसी बैंक भर्ती प्रक्रिया पर भी जल्द कोई फैसला ले।
लिहाजा, सरकार अपने स्तर पर हर भर्ती प्रक्रिया का रिव्यू कर रही है और जिस भर्ती प्रक्रिया में किसी तरह का कोई दाग नहीं उसे बहाल किया जा रहा है। वहीं, अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार इसपर जल्द फैसला ले, क्योंकि हजारों की तादाद में बेरोजगार युवाओं ने इन भर्तियों में 600-600 रुपये ख़र्च किये हैं। यदि ये भर्ती रद्द होती है तो उनके पैसे न तो वापस मिलेंगे और एक बार फिर बेरोजगार युवा चुनावी राजनीति का शिकार हो जाएंगे।
ग़ौरतलब है कि 2017 में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पूर्व वीरभद्र सरकार ने नौकरियों का खूब पिटारा खोला, जिसमें प्रदेश के युवा इस जाल में फंस गए। हजारों की तादाद में प्रदेश के युवाओं ने सरकारी नौकरियों के लिए अप्लाई किया और आचार संहिता के चलते मामला लटक गया। नवनियुक्त सरकार बनते ही इन भर्तियों का रिव्यू चल रहा और उसके बाद ही इसे बहाल किया जाएगा।
केसीसी बैंक भर्ती में लगे थे धांधली के आरोप
8, 9 और 23 जुलाई 2017 को हुए बैंक के पेपर के दौरान खूब बवाल हुआ था। कई जगहों पर तो अभ्यर्थियों को प्रश्न पुस्तिका तक भी नहीं मिल पाई थी। यहां तक बोर्ड के माध्यम से भी पेपर करवाने को लेकर कई सवाल उठे थे, लेकिन बावजूद इसके जैसे-तैसे पूर्व सरकार ने इसके इंटरव्यू तक ले डाले। उसके बाद से मामला लटका पड़ा है।