अपने लिए स्थाई नीति बनाने की मांग कर रहे HRTC ट्रेनी कंडक्टरों की हड़ताल को क़रीब 12 दिनों बाद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जूस पिलाकर ख़त्म कर दिया है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी इस मांग को बॉर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स की मीटिंग में लाया जाएगा और उनके हक में फैसला लिया जाएगा।
ग़ौरतलब है कि कौशल विकास के तहत ट्रेंड किए गए ट्रेनी कंडक्टर 26 अप्रैल से अपने लिए नीति बनाने की मांग कर रहे थे। पिछली कैबिनेट के दौरान उन्होंने हड़ताल शुरू की थी, जिसे आज कैबिनेट में जाने से पहले परिवहन मंत्री ने तुड़वा दिया। याद रहे कि प्रदेश में लगभग 2000 हजार के क़रीब ट्रेनी कंडक्टर हैं जो प्रदेश में सेवा दे रहे हैं। इन्हें कभी बस पर चढ़ा दिया जाता है तो कभी नहीं। इनके पास कोई स्थाई रोजगार नहीं है। अपने लिए नीति की मांग कर रहे कंडक्टरों ने एक दिन प्रदेश में सेवाएं बंद रखी थी, जिसके चलते क़रीब 250 रूट प्रभावित हुए थे।