एक ओर जहां देश-प्रदेश की विवाहित महिलाएं करवाचौथ मना रही हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना कर रही हैं, वहीं एक विवाहिता यहां ऐसी है जिन्होंने करवाचौथ के दिन अपने शहीद को पति को अंतिम विदाई दी। जी हां, जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए हिमाचल के जवान को करवाचौथ के दिन अंतिम विदाई दी गई।
ऊना ज़िले के बंगाणा की श्वेता(शहीद की पत्नी) के लिए करवाचौथ का व्रत एक ऐसी ख़बर लेकर आया जो उसे ज़िंदगी भर गर्व के साथ-साथ सालती रहेगी। इस गम से उभरने के लिए शहीद के परिवार ने प्रधानमंत्री से आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने और इसे जड़ से खत्म करने की अपील की है। शहीद बृजेश की पत्नी श्वेता ने रोते हुए स्वर में बताया कि वो कहते थे कि पहले स्थान पर देश, दूसरे स्थान पर मां-बाप और फिर तीसरे स्थान पर पत्नी है। श्वेता ने बृजेश को देश का बहादुर बेटा बताया करार दिया है।
वहीं, हिमाचल सरकार की ओर से शहीद को अंतिम विदाई देने आये पंचायतीराज मंत्री ने सरकार की ओर शहीद के परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। पंचायती राज मंत्री ने शहीद को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, परिवारिक सदस्य को नौकरी, बेटी की की पढ़ाई का खर्च और शहीद के नाम पर गांव का गेट और सड़क का नाम करने की घोषणा की।
ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को 14 पंजाब रेजीमेंट में तैनात रहे बृजेश कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शहीद का उसके पैतृक निवास ऊना के बंगाणा में लाया गया और आज उसे अंतिम विदाई दी गई। बृजेश 14 पंजाब रेजीमेंट में 2003 में भर्ती हुए थे और वर्तमान में जम्मू के शोपियां में तैनात रहकर देश की रक्षा कर रहे थे। बृजेश अपने पीछे अपनी माता ,उनकी धर्मपत्नी ,एक 6 वर्षीय बेटी औऱ एक भाई छोड़ गए हैं।