हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनका अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया। इसी बीच विश्वविद्यालय के वीसी ने सभी समस्याओं के जल्द निपटारा करने की बात कही है। हिमाचल विवि में आईसी ड्योल की सबसे बड़ी चुनौती थी जिसको लेकर वीसी ने कहा कि मानव संसाधन मंत्री से बात कर बहाल करने की कोशिश की जा रही है।
वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में रिक्त पड़े पद भी दूसरी बड़ी चुनौती है। टीचिंग और नॉन टीचिंग के 200 पद रिक्त पड़े हुए है। इन पदों को भरना उनकी प्राथमिकता रहेगी और एक साल के अंदर भरने का प्रयास किया जाएगा। 153 गेस्ट फ़ैकल्टी के सहारे विवि चल रहा है। डॉ. सिकंदर कुमार ने शिमला पत्रकार वार्ता में ये जानकारी दी।
विवि की भूमि का विवाद भी सुलझाया
विवि में मोडर्न मार्केट बनाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है, ताकि जरूरत की सभी चीजें वंही पर उपलब्ध हो सकें। 6 चयनित जगहों की ब्यूटिफिकेशन की जाएगी। विवि के अन्य केंद्रों को भी मज़बूत किया। विवि को wifi करने का कार्यक्रम अंतिम दौर में है जिसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। अतिरिक्त चार होस्टल निर्माण के लिए भी जगह चयनित की जा रही है।
वीसी ने बताया कि विवि में पानी की समस्या से निपटने के लिए अलग से पानी की योजना को भी केन्द्र से सैद्धान्तिक मंजूरी मिल गई है। इससे विवि को 24 घंटे पानी मिलेगा। डॉ सिकन्दर ने कर्मियों को सीधी चेतावनी दी कि यदि विवि में किसी भी तरह की गड़बड़ी या भ्रष्टाचार पाया गया तो उस कर्मी को निलंबित नहीं बल्कि बर्खास्त किया जाएगा।
30 अक्टूबर को शिमला आएंगे राष्ट्रपति
हिमाचल प्रदेश विवि के दीक्षांत समारोह में 30 अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ गोंविद आ रहे है। हिमाचल विवि में ये दूसरा मौका है जब देश के राष्ट्रपति विवि के दीक्षांत समारोह में भाग लेने आ रहे है।