<p>भले ही जिला में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और मरीजों की मौत भी हो रही है। ऐसे में अब आलम यह है कि किसी की नेचुरल डेथ होने पर भी गांव के लोग अंतिम संस्कार में शरीक होने नहीं आ रहे। यही नहीं जिस घर में मौत हुई हो, उस घर का रुख भी नहीं कर रहे। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इसी बीच समाजसेवा के जज्बे के साथ शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के चड़ी वार्ड के जिला परिषद सदस्य और युवा जिलाध्यक्ष पंकज कुमार पंकू ने अपनी टीम के साथ आगे आकर समाज में एक मिसाल कायम की है।</p>
<p>मामला चड़ी पंचायत से संबंधित है, जहां सोमवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के भय के चलते किसी ने भी मृत शरीर के अंतिम संस्कार के लिए आगे आने की जहमत नहीं उठाई। मंगलवार को चड़ी पंचायत के पूर्व प्रधान सुनीत कुमार ने चड़ी वार्ड से जिला पार्षद पंकज कुमार से संपर्क किया और पूरी स्थिति बारे जानकारी दी। पंकज कुमार ने एसडीएम शाहपुर से मामले की जानकारी सांझा की। जिसके चलते एसडीएम शाहपुर और नायब तहसीलदार भी चड़ी में पहुंचे थे। प्रशासन की अनुमति से जिला कांगड़ा पंकज कुमार पंकू ने अपनी टीम के साथ मौका पर पहुंच मृतक का अंतिम संस्कार करवाया।</p>
<p>इसके लिए युवकों को पीपीई किटस प्रशासन की ओर से उपलब्ध करवाई गई थी। इस दौरान सुनीत कुमार पूर्व प्रधान चड़ी, युकां कार्यकर्ता चोटी, सचिन सहित मृतक के भाई प्रवीण ने भी अपना फर्ज निभाया। पंकज कुमार पंकू ने कहा कि अंतिम संस्कार उपरांत पीपीई किट को भी एहतियातन तौर पर जला दिया गया। पंकज कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी मृतक व्यक्ति पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और घर पर ही थे, ऐसे में हो सकता है कि लोगों ने कोरोना के डर से दूरी बनाई हो। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि कोरोना से भी किसी की मौत होती है तो भी सावधानी अपनाते हुए अपना फर्ज निभाने के लिए आगे आना चाहिए।</p>
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