शिमला के रामपुर में महिला पंचायत प्रधान ने खंड विकास के अधिकारी पर अश्लील हरक़ते करने के आरोप लगाए हैं। इसी संदर्भ में प्रधान सहित बाकी महिलाओं ने शनिवार को अधिकारी कार्यालय के बाहर खूब हंगामा किया, जबकि बीडीओ को अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस से सहायता लेनी पड़ी।
वहीं, इस संदर्भ में अभी तक मामला दर्ज तो नहीं हुआ है। लेकिन, प्रधान का आरोप है कि उक्त बीडीओ महिलाओं के साथ अश्लीलता से पेश आता है और गलत नियत के साथ महिलाओं से व्यवहार करता है। अपने मंसूबों में नाकाम रहने पर उन महिला प्रधानों के खिलाफ जांच बिठाई जाती है और उन्हें बेवजह उलझाने का प्रयास किया जाता है। महिलाओं ने कहा कि बीडीओ कार्यालय को शराब का अड्डा बनाया गया है और शाम होते ही यहां खूब शराब उड़ाई जाती है। प्रधान पवना ने मुख्यमंत्री से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उधर, बीडीओ प्रताप चौहान ने महिला प्रधान द्वारा अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि आरोप निराधार है। प्रधान ने अपनी पंचायत में लाखों का गबन किया है जिसकी जांच भी चल रही है। उससे बचने के लिए मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं। पंचायत में सोलर लाइटें बिना अनुमति के लगाई गई हैं और ये सब ड्रामा महिला प्रधान अपने भ्रष्टाचार से बचने के लिए कर रही है।