पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में डीजीपी संजय कुंडू पर कांग्रेस के हमलावर होते ही चुनाव आयोग भी सख्त हो गया है. चुनाव आयोग ने प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव से इस मामले में जवाब तलब किया है. कांग्रेस की शिकायत के बाद अब मुख्य सचिव को इस मामले पर अपनी राय देनी होगी और उसके बाद चुनाव आयोग मामले में कार्रवाई करेगा. संजय कुंडू पर कांग्रेस ने पुलिस भर्ती मामले की जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं और इसी आधार पर उनका तबादला बाहर करने की बात कही है.
गौरतलब है कि कांग्रेस लीगल सेल के संयोजक प्रशांत शर्मा ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, वे बेहद निम्र स्तर के कर्मचारी थे, जबकि पेपर लीक के असली आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं.
जिस विभाग पर पेपर को लीक करने का आरोप है, उसके मुखिया अब भी वही हैं, जो पुलिस भर्ती से पहले थे. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में उस व्यक्ति को बागडोर नहीं सौंपी जा सकती है, जिसके रहते पेपर लीक होने के आरोप लगे हों. ऐसे में जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक डीजीपी संजय कुंडू को हिमाचल से बाहर भेजा जाए. इस शिकायत पर चुनाव आयोग ने गंभीरता दिखाते हुए मुख्य सचिव की राय मांग ली है.
उधर, मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस की ओर से मिली शिकायत के बाद मुख्य सचिव से राय ली जा रही है. इस मामले में जल्द ही आगामी कदम उठाए जाएंगे. कांग्रेस लीगल सेल के संयोजक प्रशांत शर्मा ने कहा कि पेपर लीक मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पीपल्स एक्ट 1951 की धारा 28 ए के तहत डीजीपी को हटाने की मांग की है. कांग्रेस सत्ता में आने के बाद सीबीआई से मामले की पूरी जांच करवाएगी.