राजधानी शिमला के अनाडेल में स्थित राम मंदिर के पुजारी और परिवार के सदस्यों से मंदिर सेवा समिति के सदस्यों ने मारपीट की। इसका एक वीडियो भी बनाया गया है जिसमें दिख रहा है कि पुजारी के परिवार के साथ मारपीट हो रही है।
पुजारी हेमंत शर्मा ने बताया कि वे पिछले 22 सालों से मंदिर में पूजा कर रहे हैं। इससे पहले उनके ससुर पंडित किरपा राम कपिल मंदिर में पुजारी थे। किरपा राम की मृत्यु के बाद 1997 से हेमंत शर्मा मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं, लेकिन अब मंदिर सेवा समिति पुजारी को मंदिर से बाहर निकालना चाहती है। वे मंदिर पर कब्ज़ा करना चाहते हैं इसलिए उनके और उनके परिवार के साथ सेवा समिति ने मारपीट की।
पुजारी ने बताया कि मामला हाई कोर्ट में भी विचाराधीन है और कोर्ट ने पुजारी को मंदिर से बाहर निकालने पर स्केटे लगाया है, लेकिन मंदिर सेवा समिति कोर्ट के आदेशों की भी अवेहलना कर रही है। पुलिस भी सेवा समिति के साथ मिली हुई है और एकतरफा ही बात सुन रही है। मंदिर की कमाई 15 से 20 हजार रुपये तक की है जिसका कोई हिसाब नहीं रखता। मंदिर की सेवा समिति मंदिर पर कब्ज़ा करना चाह रही है। 2016 में बनी सेवा समिति की कार्यकारिणी में एक ही परिवार के सदस्य है।
गौरतलब है कि मंदिर का निर्माण 1967 में आकाशवाणी शिमला से सेवानिवृत्त हुए एस एस एस ठाकुर ने मंदिर का निर्माण किया था और 1979 से एस एस एस ठाकुर ने मंदिर का जिम्मा हेमंत शर्मा के ससुर किरपा राम कपिल को सौपा था जिनकी मृत्यु के बाद हेमंत शर्मा मंदिर को संभाल रहे है लेकिन अब तीन साल पहले बनी मंदिर सेवा समिति उन्हें मंदिर से बाहर करना चाह रहे हैं।वन्ही जब मामले को लेकर मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष से मामले को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया