हिमाचल सरकार दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर सड़क बनाने जा रही है। यह सड़क अतारगो से मुद-भावा-पिन वैली होते हुए वांगतू तक बनाई जाएगी। काफी समय से इस सड़क का निर्माण लटका पड़ा था, जिसका कारण फॉरेस्ट विभाग की जमीन राह में आना था। लेकिन, स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड (SWLB) से सड़क बनाने की मंजूरी मिलने के बाद राज्य सरकार ने यह मामला केंद्रीय वाइल्ड लाइफ बोर्ड के समक्ष उठाया है। इस सड़क के बनने से शिमला से काजा की दूरी 100 किलोमीटर कम होगी।
हालांकि लगभग अतारगो से मुद वैली तक 35 किलोमीटर की यह सड़क बन चुकी है यहां से आगे फोरेस्ट एरिया में सड़क बनाने को स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड पहले ही मंजूरी दे चुका है लेकिन अब सैंटर वाइल्ड लाइफ बोर्ड की मंजूरी का इंतजार हो रहा है। केन्द्र सरकार ने फरवरी 2017 में सड़क को लेकर आपत्तियां जताई थी। उन आपत्तियों को दूर करने के बाद राज्य सरकार ने फिर से केंद्र के समक्ष यह मामला उठाया है।
सड़क बनने के बाद इससे न केवल स्थानीय लोगों बल्कि इंडो-चाइना बॉर्डर पर तैनात आई.टी.बी.पी. के जवानों को भी लाभ मिलेगा। इसके साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
गौरतलब है कि दुनिया में समुद्र तल से सबसे अधिक ऊंचाई पर सड़क लेह में बनी है। इसका नाम नोबरा रोड दिया गया है। इस सड़क की समुद्र तल से ऊंचाई 5,387 मीटर है जबकि हिमाचल के भावा टॉप की ऊंचाई 4,865 मीटर है।