मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल की अध्यक्षता में वीरवार को हुई बैठक में ‘मुख्यमंत्री हिम-सेवा 1100’ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश द्वारा आरम्भ की गई और हेल्पलाइन सेवाओं की कार्यप्रणाली पर प्रस्तृति दी गई। मुख्य सचिव ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री हिम-सेवा के माध्यम से जनता की शिकायतों एवं समस्याओं का समाधान घर पर ही सुनिश्चित होगा और इस सेवा को हिमाचल में शीघ्र आरम्भ किया जाएगा।
निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी रोहन चंद ठाकुर ने इस आयोजन का संचालन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री हिम-सेवा के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि यह सेवा जनता से प्रशासन की ओर अर्थात् ‘बॉटम-टॉप’ सोच पर आधारित होगी। जिससे प्रदेश सरकार को पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन प्रदान करने की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हेल्पलाइन सेवा प्रातः 7 बजे से 10 बजे तक कार्य करेगी और इसके माध्यम से नागरिकों को एक ही स्थान पर अपनी समस्याएं, शिकायतें, सुझाव एवं जानकारी उपलब्ध होगी। इस हेल्पलाइन का कॉल सेंटर टूटीकंडी शिमला की नगर निगम पार्किंग परिसर में स्थापित किया गया है। जिसमें 60 कॉल सेंटर आप्रेटरज को रोज़गार दिया गया है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कार्यालय में तीन अन्य ऑपरेटर कार्यालय में दर्ज आवेदनों की औपचारिक सुनवाई करेंगे।
कार्यशाला में मध्य प्रदेश ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ के निदेशक भूपेन्द्र परास्ते ने हेल्पलाइन सेवा के सम्बन्ध में अपनी प्रस्तुति दी। इस कार्यशाला के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के जवाब भी दिए। कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, अतिरिक्त मुख्य सचिव निशा सिंह, अनिल खाची और आरडी धीमान, पुलिस महा निदेशक एसआर मरडी, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक संजय शर्मा और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।