मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सचिवालय में ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय मैत्री प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार पर्यटन के विकास तथा जल संरक्षण के क्षेत्रों में रूसी सरकार के साथ कार्य करने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार निवेश, तकनीक, सड़क अधोसंरचना तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में भी रूसी सरकार से सहायता लेगी। मुख्यमंत्री ने यह बात मंगलवार को राज्य सचिवालय में रूस से आए ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय मैत्री प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस मौके पर ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय मैत्री (रूस) प्रधान लरीसा जेनेटेस्लोवा ने इससे पूर्व मुख्यमंत्री को बताया कि रूसी सरकार पर्यटन, सड़क संपर्क, रोप-वे तथा सांस्कृतिक जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हिमाचल के साथ कार्य करने को सहमत है।
चेकडैम के माध्यम से वर्षा जल संग्रहण में मांगा सहयोग
सीएम ने कहा कि किसानों को पर्याप्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसके लिए वर्षा के जल संरक्षण की आवश्यकता है। इससे मिट्टी के बहने पर भी रोक लग सकेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों के लिए अपार संभावनाएं हैं तथा इस दिशा में सभी संभव प्रयास किए जाने चाहिए। प्रदेश में केंद्र सरकार की 69 सड़क परियोजनाओं से अब दो से तीन वर्षों में ये कार्य आसानी से पूरे हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने इन क्षेत्रों में रूस की विशेषज्ञता की सहायता से आने वाले समय में प्रदेश के लाभान्वित होने की आशा जताई है।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर सहित मुख्य सचिव विनीत चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव मनीषा नंदा, स्वास्थ्य सचिव देवेश कुमार, ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय मैत्री (रूस) की उपप्रधान यूलिया इगोरोवा, प्रबंध निदेशक (भारत) संजय कपूर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
बैठक में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने चेकडैम के माध्यम से वर्षा जल संग्रहण पर बल दिया और इसमें सहयोग मांगा, जिससे किसानों और बागवानों की सिंचाई जरूरतों के लिए पानी की आपूर्ति की जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए कृषि के साथ बागवानी भी अपनाएं।