लाहौल-स्पीति के काजा में बने प्राकृतिक आइस हॉकी रिंक में प्रशिक्षित आठ छात्राओं ने राष्ट्रीय खेलों में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। सभी खिलाड़ी बुधवार को काजा में पहुंचे। इस दौरान एडीएम काजा ज्ञान सागर नेगी विशेष तौर मौजूद रहे । एडीएम ने सभी खिलाड़ियों को आशी पहना कर स्वागत किया। बता दें कि काजा के 15 बच्चों का चयन नेशनल आइस हॉकी कैंप के लिए हुआ था। कैंप 1 जनवरी से 15 जनवरी तक गुलमर्ग में चला इसके बाद आठ छात्राओं का चयन हिमाचल टीम के लिए हुआ।
हिमाचल टीम ने J&K की टीम को 13-0 से हराकर ब्रॉन्ज पदक हासिल किया। एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने सभी खिलाड़ियों का होंसला बढ़ाया और बेहतर भविष्य की कामना करते हुए कहा कि अधिक से अधिक बच्चे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय टीम में खेलते रहे । पहली बार आइस हॉकी राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की टीम पदक जीत कर लाए। आप सभी को वजह से आज हिमाचल ने इतिहास रचा है। खेलों में उज्जवल भविष्य होता है। हम कामना करते है हमारी स्पिती की लड़कियां अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले। इसके लिए आप सभी खिलाड़ी खूब मेहनत करो।
इस मौके पर राष्ट्रीय कोच अमित बेरबाल ने कहा कि स्पीति की लड़कियां आइस हॉकी में पदक हासिल करके हमारे हौसलों को और मजबूत कर दिया है। इससे बच्चों में आइस हॉकी के प्रति उत्साह बढ़ेगा। हमें उम्मीद है कि कुछ हमारे बच्चें राष्ट्रीय टीम के लिए भी चयनित हो। काजा में शुरू हुए कैंप में 30 बच्चों को हमने बेसिक आईस हॉकी के लिए चयन किया था। हमारा लक्ष्य है कि स्पीति का वातावरण विंटर स्पोटर्स के लिए काफी अनुकुल है। यहां से बच्चें तैयार होकर राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लें। मैं काजा प्रशासन का काफी आभारी हूं जिन्होंने बच्चों को बेसिक सुविधाएं मुहैया करवाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। खिलाड़ियों के साथ तीन शिक्षक सोनम छोडन, लोबजंग छोजंम और छविंग दोरजे भी जा रहे है।
इन खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
कर्मा येषी खांडो उम्र 12 वर्ष, छेरिंग डोलमा 13 वर्ष, नवांग लामो 15 वर्ष, सोनम आंगमो 12 वर्ष, रिगजिन डोलमा उम्र 13, तेजिंन डोलमा,नवांग छुटिक, और सोनम देचेन है।