हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन और ग्लेशियर में हो रहे प्रभाव और परिवर्तन को लेकर 17-18 दिसंबर को शिमला में “सुदृढ़ हिमालय – सुरक्षित भारत” सम्मेलन आरम्भ हो रहा है। इस सम्मेलन में जर्मनी के GIZ संस्था का तकनीकी सहयोग रहेगा और हिमालय क्षेत्र में कार्य कर रहे 50 से अधिक एक्सपर्ट विभिन्न सेशन में भाग लेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में जर्मनी के भारत में एम्बेसडर भी शामिल होंगे और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे ।
सम्मेलन को लेकर जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य हिमालयी क्षेत्र में हो रहे जलवायु परिवर्तन और उसके ग्लेशियर पर प्रभाव पर चर्चा है। सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा 5 टेक्निकल सेशन होंगे जिसमें 7-8 एक्सपर्ट अपने विचार सांझा करेंगे। जिसकी रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। सम्मेलन से प्राप्त निष्कर्ष से आने वाले समय मे ग्लेशियर को बचाने और प्राकृतिक आपदा के लिए तैयारी जैसे विषय पर मदद मिलेगी।
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