हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला की कार्यप्रणाली का खामियाजा एक बार फिर प्रदेश के सैकड़ों विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से पिछले साल सितंबर में आयोजित स्नातकोत्तर कक्षाओं की परीक्षाओं का परिणाम अब तक घोषित ही नहीं किया है।
हैरानी की बात यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन कक्षाओं के कंपार्टमेंट की परीक्षाएं भी तय कर दी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सात फरवरी को रिअपीयर परीक्षा फार्म भरने की तिथि घोषित कर दी है। लेकिन, परिणाम घोषित नहीं होने के कारण अब विद्यार्थी कैसे रिअपीयर के लिए फार्म भर पाएंगे।
विश्वविद्यालय के करीब तीन लाख विद्यार्थियों ने सितंबर में विभिन्न संकाय में पीजी की परीक्षा दी थी। ये विद्यार्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, छात्र संगठनों ने भी बार-बार परीक्षा नियंत्रक से पीजी कक्षाओं का रिजल्ट जारी करने की मांग की है, लेकिन अब तक यह रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। विद्यार्थियों का यह भी कहना है कि समय पर परिणाम घोषित न होने की वजह से वे एमफिल और पीएचडी के साथ-साथ विश्वविद्यालय में किसी भी डिग्री कोर्स में एडमिशन नहीं ले पा रहे हैं।