प्रदेश सरकार ने किराया बढ़ोतरी के बाद फिर निगम की बसों में मशीनों के बजाय टिकट थमा दिए हैं। दरअसल, मशीनों में नए किराये की दरें अपडेट किए जा रही हैं, जिनमें 2 या 3 दिन लगने की संभावना है। इसके चलते निगम ने कंडक्टरों को एक बार फिर मैनुअल टिकट थमा दिये हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, निगम में क़रीब 800 टिकट मशीनें ऐसी हैं, जिन्हें अपडेट किया जाना है। हालांकि, कईयों में अपडेट हो चुका है और बस किराया नए किराये की दरों पर ही काटा जा रहा है। नई किराये की दरें बकायदा हर डिपो को पहुंचा दी गई है। बताया जा रहा है कि लंबे रूट वाली बसों पर मशीनों को जल्द ही अपडेट किया जा रहा है, क्योंकि सरकार को टिकट का अधिक लाभ लॉन्ग रूट की बसों से ही ले सकती है।
याद रहे कि जयराम सरकार ने कैबिनेट बैठक में किराये दरों में बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद न्यूनतम किराया 3 से बढ़कर 6 हो गया था। इसके लिए प्राइवेट बस ऑपरेटरों ने पेट्रो पदार्थों के रेट्स पर रोष जाहिर करते हुए हड़ताल की थी, जिसके बाद जयराम सरकार ने तेल की क़ीमतों से छेड़छाड़ न करते हुए किराया बढ़ाया। वहीं, प्रदेश में मौजूदा समय में 2900 बसें ऑन रोड हैं, जबकि 300 से अधिक बसें अभी भी धूल फांक रही हैं।