हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के कथित बस टायर घोटाले की नए सिरे से जांच शुरू हो गई है। जांच का जिम्मा निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) को सौंपकर टीम गठित कर दी गई है। 50 लाख 64 हजार के इस कथित घोटाले का आरोप पूर्व की कांग्रेस सरकार पर है। पिछली सरकार में भी मामले में जाच प्रक्रिया चली थी, लेकिन इसमें उच्च अफसरों द्वारा केस को प्रभावित करने के आरोप लगे। ऐसे में जयराम सरकार ने इसका नए सिरे से जांच करवा रही है।
आरोपों के मुताबिक हमीरपुर से चंबा के लिए बसों के टायर भेजे जाते थे, लेकिन ये टायर रास्ते में ही गायब कर दिए जाते थे। इसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के अलावा ऊपर के अधिकारी संलिप्त थे। हिमाचल विधानसभा में भी यह मामला उठा था। उस दौरान भी परिवहन मंत्री ने इस मामले में नए सिरे से जांच के आदेश दिए थे। मंत्री ने आश्वस्त किया था कि संवेदनशील पदों पर बैठे अफसरों को हटाया जाएगा। इसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के अलावा ऊपर के अधिकारी संलिप्त थे। हिमाचल विधानसभा में भी यह मामला उठा था। उस दौरान परिवहन मंत्री ने आश्वस्त किया था कि संवेदनशील पदों पर बैठे अफसरों को हटाया जाएगा।
परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि सरकार नए सिरे से जांच करवा रही है। प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में इस घोटाले की जांच होगी। वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह का कहना है कि इस मामले में अधिकारियों से बात की जाएगी।