हिमाचल पथ परिवहन निगमें चालक भर्ती मामले में धांधली को लेकर छपी खबरों का खंडन किया है। शनिवार को एचआरटीसी ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा ली गई चालक की भर्ती परिक्षा में दो अभ्यर्थियों को बिना टेस्ट पास किए चुने जाने की बात का परिवहन निगम पुरजोर से खंडन करता है। उन्होंने कहा है कि एचआर टीसी द्वारा धर्मशाला मंडल में परिक्षा का आयोजन कुनाल पत्थरी मंदिर और जसूर मंडलीय कार्यालय में किया गया था। जिन दो अभ्यर्थियों के रोल नंबर 31805 और 31812 था, वे दोनों अभ्यर्थी जसूर में 10 जून को ली गई चालक परिक्षा में उत्तीर्ण हुए थे।
उन्होंने बताया कि 10 जून को 83 अभ्यर्थी चालक टेस्ट परिक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, इनमें से कुल 19 अभ्यर्थी पास हुए थे, जिन्हें 27 जून को तारादेवी, मंडलीय कर्मशाला में फाइनल टेस्ट के लिए भेजा गया था। मार्च में चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण कुछ अभ्यर्थियों का चालक टेस्ट नही हो पाया था। जिस कारण बचे हुए अभ्यर्थियों का चालक टेस्ट 10 जून को जसूर मंडलीय कर्मशाला में टेस्ट के लिए बुलाया गया । उनमें से कुल 19 अभ्यर्थी पास हुए थे, जिन्में रोल नंबर 31805 और 31812 भी शामिल थे। दोनों अभ्यर्थियों की उपस्थिति के हस्ताझर निगम के रिकॉर्ज में मौजूद हैं।
हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा ली गई चालक भर्ती परिक्षा में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाती है। अभ्यर्थियों के जरूरी ध्यानपूर्वक चेक किए जाते हैं। मीडिया में इन खबरों को छपबाने के पिछे किसी शरारती तत्व का हाथ है।