सन 1960 में बने एचआरटीसी कार्यालय बिलासपुर की हालत आज आज खस्ताहाल हो चुकी है। 59 साल बीतने को आये हैं मगर आजतक इस भवन की की ओर किसी भी सरकार के नुमाइंदों की नजरें इनायत नहीं हुई हैं। नतीजा यह रहा है की भवन की दीवारों पर दरारें और सीलन के चलते यहां काम करने वाले 120 कर्मचारियों को जान जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी निभानी पड़ती है।
वहीं, एचआरटीसी कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार से जल्द ही इस भवन की मरम्मत के लिए सधनराशि जारी करने की अपील की है। आपको बता दें की एचआरटीसी कार्यालय भवन निर्माण सहित एचआरटीसी क्लोनी की मरम्मत और खस्ताहाल रोड के निर्माण के लिए लगभग 67 लाख का एस्टीमेट बनाकर छह माह पूर्व हैड ऑफिस भेजा गया है। मगर, अभी तक इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया।
इस बात की जानकारी देते हुए एचआरटीसी कार्यालय के अधीक्षक सोहनलाल ने बताया की भवन की जर्जर हालत के बावजूद कर्मचारियों को मजबूरन कार्यालय में बैठकर काम करना पड़ता है ऐसे में सरकार को चाहिए की मानसून की दस्तक के बाद भवन की मरम्मत के लिए धनराशि जारी कर दें। जिससे कर्मचारियों को आ रही समस्या का समय पर निवारण हो सके।